पटनेश्वर धाम ढाना सागर | Patneshwar Dham Dhana Sagar

मध्यप्रदेश के सागर जिले के ग्राम ढाना के पास सागर-रहली मार्ग के समीप ग्राम पाटन में पटनेश्वर महादेव का प्रसिद्ध मंदिर है | यह मंदिर ग्राम ढाना के पास ग्राम पाटन में स्थित है इसीलिए इसे पटनेश्वर महादेव मंदिर भी कहा जाता है |

मंदिर के गर्भगृह में प्राचीन शिवलिंग स्थापित है | गर्भगृह के बाहर शिवलिंग की तरफ मुख किये नंदी की प्रतिमा है | मंदिर की दीवारों पर सुन्दर नक्कासी है | मंदिर के बाहर कुछ प्राचीन प्रतिमायें हैं | मंदिर के पास ही बहुत से नये और पुराने मंदिर हैं इनमें विष्णु मंदिर, राम दरवार, हनुमान जी का मंदिर और गणेश जी का मंदिर प्रमुख हैं | मंदिर के चारो तरफ सुन्दर बागीचा है | मंदिर के समीप ही प्राचीन बावड़ी है | मंदिर में वैसे तो भक्तों की भीड़ रहती है किन्तु सोमवार और श्रावण महीने में भक्तो का ताँता लगा रहता है | माना जाता है कि यहाँ भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण होती है |

पटनेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण

प्राचीन समय में सागर में गोंड राजाओं का रज्य था | माना जाता है कि सागर की रानी लक्ष्मीबाई खेर अक्सर सागर से रहली जाया करती थीं और रास्ते में ग्राम पाटन में रूकती थीं | इसी कारण उन्होंने 1724 में ग्राम पाटन में शिव मंदिर और बावड़ी का निर्माण करवाया था | धीरे-धीरे अन्य मंदिरों का भी निर्माण हुआ | मंदिर के पास ही यज्ञस्थल है यज्ञस्थल के नजदीक एक विशाल प्राचीन पीपल का पेड़ है जिसकी लोग पूजा करते हैं |  यह स्थान सिद्ध संत श्री श्री राम राम महाराज की तपोभूमि भी रहा है | पटनेश्वर महादेव मंदिर में अक्सर धार्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रम होते रहते हैं |

Patneshwar Dham Sagar

पटनेश्वर धाम कैसे पहुंचें | How to Reach Dhana

पटनेश्वर महादेव मंदिर सागर जिला के ग्राम ढाना के समीप ग्राम पाटन में स्थित है | सागर से रहली-जबलपुर मार्ग पर सागर ग्राम ढाना से कुछ दूर जाने पर पटनेश्वर मंदिर का गेट मिलेगा जिससे मंदिर जाने तक रोड बनी है | पटनेश्वर महादेव मंदिर जाने के लिए रहली और जबलपुर जाने वाली बसों से अथवा अपने प्रयवेट साधन से जाया जा सकता है | यहाँ का नजदीकी रेल्वे स्टेशन सागर है

फोटो गैलरी –

पटनेश्वर धाम
Patneshwar Dham Gate
Bavdi Patneshwar Dham Dhana
Patneshwar Dham Sagar
Ganesh Mandir Patneshwar Dham
यज्ञशाला पटनेश्वर धाम
प्राचीन पीपल वृक्ष पटनेश्वर धाम
Garden Patneshwar dham Sagar

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