म.प्र. के रायसेन जिले की बरेली तहसील में बरेली कस्बे से करीब 7 किलोमीटर दूर छीन्द नामक गाँव में राम भक्त हनुमान जी का सिद्ध स्थान है जिसे लोग छीन्द वाले दादा जी के नाम से जानते हैं | छीन्द में एक बड़े वृक्ष के नीचे हनुमान जी का मंदिर है जिसमें हनुमान जी की सिद्ध प्रतिमा बिराजमान है | दूर-दूर से भक्तजन अपनी मन्नत मांगने यहाँ आते हैं और यहाँ आकर उनकी हर मनोकामना पूर्ण होती है | पहले इस स्थान पर छोटा सा मंदिर था परन्तु भक्तों की संख्या बढ़ने के सांथ –सांथ मंदिर का विकास होता गया |
खेत में मिली थी छीन्द हनुमान जी की प्रतिमा
कहा जाता है कि पहले इस स्थान पर खेती होती थी | आज से लभग 200 वर्ष पहले खेती करते समय खेत के मालिक को हनुमान जी की दुर्लभ प्रतिमा मिली | किसान ने यहाँ प्रतिमा स्थापित कर दी और एक छोटा सा मंदिर बनवा दिया और पूजा पाठ करने लगा | किसान के सांथ-सांथ गाँव के अन्य लोग भी यहाँ आकर पूजा पाठ करने लगे | लोगों की मनचाही मनोकामना पूरी होने लगी और मंदिर के चमत्कारों के कारण इस स्थान की पहचान दूर दूर तक फ़ैल गई और आज इस स्थान पर देश भर से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं |
छीन्द में पांच मंगलवार आने से होती है हर मनोकामना पूर्ण
कहते है कि छीन्द वाले दादा जी के दरवार में सच्चे मन से लगातार पांच मंगलवार हाजिरी देने से भक्तों की मांगी गई हर मनोकामना पूरी होती है | लोगों की मन्नते पूरी होने पर भक्त यथाशक्ति प्रसाद का वितरण करवाते है कुछ लोग भण्डारे करवाते हैं | यहाँ हनुमान दादा को चोला और झन्डा भी चढ़ाया जाता है | हनुमान दादा के छीन्द दरवार में बड़े से बड़ा और छोटे से छोटा व्यक्ति माथा टेकने आता है और यहाँ आकर सभी समान हो जाते हैं |
छीन्द हनुमान दादा मंदिर परिसर
छीन्द गाँव में हनुमान जी का मंदिर एक बड़े पीपल के पेड़ के नीचे स्थित है | मंदिर के गर्भ गृह में हनुमान जी की चमत्कारी प्रतिमा विराजमान है | हनुमान दादा के सामने राम दरवार है जिसमें भगवान राम, सीता माता और लक्ष्मण जी विराजमान हैं | मंदिर परिसर में अन्य छोटे-छोटे मंदिर भी हैं | मंदिर के पास ही भंडारा कक्ष भी है यहाँ भक्तजन भंडारा करवा सकते हैं | पास में एक धर्मशाला भी है |
छीन्द हनुमान जी के मंदिर मंगलवार शनिवार भक्तों की रहती है भीड़
वैसे तो साल भर छीन्द वाले हनुमान दादा के मंदिर में भक्तों की भीड़ रहती है फिर भी हर मंगलवार और शनिवार को दूर-दूर से भक्तजन यहाँ आते हैं | छीन्द में हनुमान जयंती , रामनवमी, शिवरात्रि और विशेष त्योहारों पर विशेष भीड़ रहती है |
छीन्द हनुमानजी मंदिर कैसे पहुंचें | How to Reach Chhind Hanuman Temple –
छीन्द पहुँचने के लिए पहले बरेली जाना होता है | बरेली रायसेन जिले की तहसील है जो भोपाल जबलपुर मार्ग पर स्थित है | बरेली से छीन्द 6 किलोमीटर दूर है | बरेली से नजदीकी रेल्वे स्टेशन पिपरिया है जबकि बड़ा स्टेशन भोपाल है | नजदीकी एयरपोर्ट भी भोपाल है |